- 21वीं सदी में वैश्वीकरण (Globalization) नेआर्थिक और राजनीतिक व्यवस्थाओं को एक–दूसरे से जोड़ दिया है।लेकिन हाल के वर्षों में, भारत और अमेरिका जैसे प्रमुख राष्ट्रों ने अपनी नीतियों में राष्ट्रवाद और आर्थिक आत्मनिर्भरता को प्राथमिकता दी है।भारत का “आत्मनिर्भरभारत” अभियान औ रअमेरिका का “मेक अमेरिका ग्रेटअगेन (MAGA)” अभियान इसी दिशा में दो महत्वपूर्ण पहल हैं।दोनों नीतियाँ न केवल घरेलू आर्थिक सशक्तिकरण पर केंद्रित हैं, बल्कि वैश्विक शक्ति संतुलन में भी अहम भूमिका निभा रही हैं।
आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना और उद्देश्य
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मई 2020 में आत्मनिर्भर भारत अभियान की शुरुआत की।इसका उद्देश्य भारत को आत्मनिर्भर बनाना और स्थानीय उत्पादन को बढ़ावा देना है।
इस पहल के तहत पांच प्रमुख स्तंभों की पहचान की गई:
सरकारने 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज की घोषणा की, जो भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का लगभग 10% है (Government of India, 2020)।
मेक अमेरिका ग्रेटअगेन का उद्देश्य
“मेक अमेरिकाग्रेटअगेन (MAGA)” स्लोगन पहली बार1980 मेंअमेरिकी राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन के चुनाव अभियान में इस्तेमाल हुआ था, लेकिन इसे डोनाल्ड ट्रंप ने 2016 मेंअपनी प्रमुख नीति के रूपमें पुनः प्रस्तुत किया। इसका मुख्य उद्देश्य अमेरिका की वैश्विक आर्थिक और राजनीतिक स्थिति को पुनः मजबूत करनाथा।
मुख्य उद्देश्य:
ट्रंप प्रशासननेअमेरिका–चीनव्यापारयुद्धकीशुरुआतकीऔरकईबहुपक्षीयसमझौतों (TPP, Paris Climate Agreement) सेअमेरिकाकोअलगकिया (BBC, 2020)।
आत्मनिर्भरभारतऔरMAGA केबीचसमानताएँ
पहलू
आत्मनिर्भरभारत
मेकअमेरिकाग्रेटअगेन (MAGA)
आर्थिकराष्ट्रवाद
स्थानीयउत्पादनऔरमेडइनइंडियाकोबढ़ावा
अमेरिकीकंपनियोंकोघरेलूउत्पादनपरबलदेना
व्यापारनीति
आयातप्रतिस्थापनऔरवोकलफॉरलोकलरणनीति
व्यापारसमझौतोंपरसख्तरवैयाऔरसंरक्षणवाद
रोजगार
युवाओंकेलिएनईनौकरियोंकानिर्माण
अमेरिकीश्रमिकोंकेलिएरोजगारकेअवसरबढ़ाना
प्रौद्योगिकीनीति
डिजिटलइंडियाऔरनवाचारकोप्राथमिकतादेना
तकनीकीआत्मनिर्भरताऔरअमेरिकीइनोवेशनबढ़ाना
वैश्विकदृष्टिकोण
वैश्विकआपूर्तिश्रृंखलामेंभारतकीभागीदारी
अमेरिकाप्रथमदृष्टिकोण, बहुपक्षीयसमझौतोंसेदूरी
• शशिथरूरने अपने लेख में डोनाल्डट्रम्पके “मेकअमेरिकाग्रेटअगेन” (MAGA) आंदोलनमेंभारतकीभूमिकाकीचर्चाकीहै।उन्होंनेअमेरिकामेंभारतीयोंकीउपलब्धियोंऔरप्रवासीसमुदायकेप्रतिविभिन्नविचारधाराओंपरप्रकाशडालाहै।वह अपने लेखमेंदोप्रमुखदृष्टिकोणसामनेरखते हैं:
• आर्थिकसुधारऔरनवाचारसमर्थकगुट:येलोगमानतेहैंकिअमेरिकाकीमहानताबहालकरनेकेलिएव्यापार–समर्थकनीतियां, कमकराधान, औरवैश्विकप्रतिभाओंकोअमेरिकामेंलानाआवश्यकहै।
• भारतीयमूलकेपेशेवरोंनेअमेरिकामेंविशेषरूपसेटेक्नोलॉजीसेक्टरमेंमहत्वपूर्णयोगदानदियाहै।प्रमुखकंपनियोंजैसेगूगल, माइक्रोसॉफ्ट, एडोबी,औरआईबीएममेंशीर्षपदोंपरभारतीयहैं।ट्रम्पप्रशासनमेंभीभारतीय–अमेरिकियोंकोप्रमुखपदोंपरनियुक्तकियागया, जैसेकिजयभट्टाचार्य, काशपटेल, औरविवेकरामास्वामी।
• श्वेत–राष्ट्रवादीगुट:यहगुटमानताहैकिअमेरिकाकीमहानतागोरेअमेरिकियोंकेप्रभुत्वमेंहीसुरक्षितहै।वेट्रम्पद्वाराभारतीय–अमेरिकियोंकीनियुक्तियोंकाविरोधकरतेहैंऔरइमिग्रेशनकोअमेरिकीसंस्कृतिकेलिएखतरामानतेहैं।इसविचारधाराकेसमर्थकोंकोडरहैकिविदेशीश्रमिकअमेरिकीनागरिकोंकीनौकरियांछीनलेंगे।भारतीयप्रवासीअमेरिकाकीअर्थव्यवस्थामेंयोगदानदेरहेहैं, लेकिननस्लीयपूर्वाग्रहोंकेकारणउन्हेंआलोचनाझेलनीपड़रहीहै।
• समाधानकेरूपमेंसुझावदियागयाहैकिअमेरिकाकोभारतीयकामगारोंकेइमिग्रेशनकोबढ़ानेकेबजायभारतीयनवाचारकाआउटसोर्सिंगकरनाचाहिए।इससेअमेरिकाकोभारतीयप्रतिभाकालाभमिलेगा, जबकिभारतकोआर्थिकअवसरप्राप्तहोंगे।
भारतऔरअमेरिकाकेसमक्षचुनौतियाँ
आत्मनिर्भरभारत
• आयातमेंकटौतीसेवैश्विकआपूर्तिश्रृंखलाप्रभावितहोसकतीहै।
• विदेशीनिवेशकोंमेंअनिश्चितताबढ़सकतीहै (Sen, 2021)।
MAGA नीति
• अमेरिकाकीवैश्विकनेतृत्वक्षमतामेंगिरावट।
• संरक्षणवादसेवैश्विकव्यापारप्रणालीपरनकारात्मकप्रभाव।
भारत–अमेरिकासंबंधोंपरप्रभाव
दोनोंदेशोंकीयेनीतियाँपारस्परिकसंबंधोंमेंअवसरऔरचुनौतियाँदोनोंलासकतीहैं
• रक्षाऔरप्रौद्योगिकीमेंसहयोगबढ़सकताहै।
• व्यापारवार्ताओंमेंसमानरुचिलेसकतेहै।
• व्यापारनीतियोंपरमतभेदबढ़सकताहै।
• संरक्षणवादकेकारणद्विपक्षीयव्यापारमेंबाधाएँआसकतीहै।
विशेषज्ञोंकामाननाहैकिदोनोंदेशोंकोबहुपक्षीयसहयोगकोप्राथमिकतादेनीचाहिएताकिवैश्विकअर्थव्यवस्थामेंस्थिरताबनीरहे(Mohan, 2023)।
निष्कर्ष
“आत्मनिर्भरभारत“और “मेकअमेरिकाग्रेटअगेन“दोनोंनीतियाँआर्थिकराष्ट्रवादपरआधारितहैं, जोघरेलूउद्योगोंकोप्राथमिकतादेतीहैं।हालांकि, इननीतियोंकोलागूकरनेमेंवैश्विकसहयोगऔरसंतुलनबनाएरखनाआवश्यकहै।भारतऔरअमेरिका, दोनोंदेशोंकोआपसीमतभेदकमकरकेएकसाझाभविष्यकीदिशामेंआगेबढ़नाचाहिए।
आत्मनिर्भर भारत और मेक अमेरिका ग्रेट अगेन में समानताए एवं संभावनाए
