काला राष्ट्रवाद क्या है?
काला राष्ट्रवाद एक राजनीतिक और सामाजिक विचारधारा है, जो अमेरिका के अश्वेत (काले) लोगों की सांस्कृतिक पहचान, समानता, आत्मनिर्भरता और कभी-कभी अलग राष्ट्र की स्थापना के विचार से जुड़ी है। यह विचार उस समय जन्मा जब अमेरिका में गुलामी, नस्लीय भेदभाव, और राजनीतिक उत्पीड़न चरम पर था। अश्वेतों को नागरिक अधिकार, शिक्षा, नौकरी और सम्मानजनक जीवन नहीं मिल रहा था, तब काले समुदाय के भीतर यह भावना पैदा हुई कि उन्हें अपनी अलग पहचान, संस्कृति, और स्वराज की ओर बढ़ना चाहिए। 1920 के दशक में यह आंदोलन ज़्यादा मुखर हुआ वही 1930 के बाद कई संगठनों ने काले लोगों की शिक्षा, रोजगार और सम्मान की मांग को लेकर अभियान चलाए।1960 और 1970 के दशक में यह आंदोलन चरम पर पहुंचा, विशेष रूप से अमेरिका के सिविल राइट्स मूवमेंट के दौरान।
मार्टिन रॉबिन्सन डिलैनी (1812–1885) मुख्य विचार
• मार्टिन रॉबिन्सन डिलैनी उन्हें काला राष्ट्रवाद का जनक कहा जाता है। काला राष्ट्रवाद का आरंभ अमेरिका में 19वीं सदी में हुआ जब गुलामी के खिलाफ विरोध शुरू हुआ। जिसके प्रमुख नेता मार्टिन रॉबिन्सन डिलैनी उन्हें काला राष्ट्रवाद का जनक कहा जाता है।
• उन्होंने अमेरिका में अश्वेतों की स्थिति को गंभीर संकट वाला बताया।उन्होंने यह तक कहा कि अगर अमेरिका में समान अधिकार नहीं मिलते तो काले लोगों को अफ्रीका लौट जाना चाहिए।
• उन्होंने अलग सामाजिक ढांचे की वकालत की, जहाँ गौरव, स्वतंत्रता और स्वाभिमान हो।
काले राष्ट्रवाद के दो प्रमुख पहलू माने जाते हैं:
1. नस्लवाद विरोधी प्रतिक्रिया (Anti-Racism Reaction): यह उस भेदभाव के खिलाफ खड़ा हुआ, जो काले लोगों को झेलना पड़ा। वे खुद को श्वेत अमेरिका की राष्ट्रीय पहचान का हिस्सा नहीं मानते थे।
2. राष्ट्र की परिकल्पना (Idea of Nation): इस विचार के अनुसार, काले लोगों को एक अलग सांस्कृतिक और राजनीतिक राष्ट्र के रूप में संगठित होना चाहिए।
काले राष्ट्रवाद की विशेषताएं एवम उद्देश्य
• यह एकरूप विचार नहीं है, इसमें विविधता है क्योकि सभी अश्वेत नेता एक जैसा नहीं सोचते।
• यह इतिहास, संस्कृति, भाषा, और अनुभव के आधार पर समुदाय की एकता की बात करता है।
• इसमें आत्म-सम्मान और आत्म-निर्भरता की भावना है।
• काले समुदाय को एकजुट करना।
• श्वेत लोगों के प्रभुत्व वाली व्यवस्था को चुनौती देना।
• सांस्कृतिक और मानसिक आज़ादी।
• आत्म-सम्मान और गौरवपूर्ण पहचान।
• राजनीतिक और आर्थिक अधिकार प्राप्त करना।
आलोचना
• कुछ आलोचकों ने काले राष्ट्रवाद को लेकर चिंता जताई:
• इसे नस्लीय अलगाववाद (Racial Separatism) कहा गया।
• आलोचक कहते हैं कि यह आंदोलन नस्लीय एकता की बजाय और ज्यादा विभाजन को बढ़ावा देता है।
• यह सवाल भी उठाया गया कि क्या यह “राष्ट्रवाद” वास्तव में समानता लाएगा या नई दीवारें खड़ी करेगा?
काला राष्ट्रवाद बनाम अमेरिकी राष्ट्रवाद
• अमेरिकी राष्ट्रवाद मुख्य रूप से श्वेत संस्कृति और सत्ता के इर्द-गिर्द घूमता है।
• काला राष्ट्रवाद इससे अलग है, यह शोषण और गुलामी के अनुभव से उत्पन्न हुआ है।
• जहां श्वेत राष्ट्रवाद प्रभुत्व का प्रतीक है, वहीं काला राष्ट्रवाद प्रतिकार और पुनर्निर्माण का प्रतीक है।
निष्कर्ष (Conclusion):
• काला राष्ट्रवाद एक ऐसा आंदोलन है, जो काले समुदाय के इतिहास, दर्द, संघर्ष, और आत्मसम्मान की ज़मीन पर खड़ा है। यह आंदोलन सिर्फ श्वेतों के विरोध में नहीं, बल्कि अपने अस्तित्व की पुनःस्थापना के लिए खड़ा हुआ। आलोचना के बावजूद, यह विचार अमेरिका के अश्वेत समुदाय के लिए राजनीतिक चेतना और सामाजिक आत्मबल का आधार बना।
Like this:
Like Loading...
Discover more from Politics by RK: Ultimate Polity Guide for UPSC and Civil Services
Subscribe to get the latest posts sent to your email.