अर्थशास्त्र, चाणक्य द्वारा रचित प्राचीन भारतीय ग्रंथ, विभिन्न विषयों और विषयों को समेटे हुए है, जो राज्य संचालन, अर्थशास्त्र, और सैन्य रणनीति से संबंधित हैं। नीचे इसके प्रमुख विषय (subjects) और उनके अंतर्गत शामिल विषयक (topics) का सारांश है:
1. राज्य प्रशासन (State Administration)
• शासक के कर्तव्य: राजा की भूमिका, नैतिकता, और जनकल्याण के लिए उत्तरदायित्व।
• मंत्रिपरिषद: मंत्रियों और सलाहकारों का चयन, उनके गुण और निष्ठा की जाँच।
• प्रशासनिक ढांचा: राज्य के विभाग, अधिकारियों की नियुक्ति, और कार्य विभाजन।
• नगर और ग्राम प्रशासन: शहरों और गाँवों का प्रबंधन, सुरक्षा, और बुनियादी सुविधाएँ।
• न्याय व्यवस्था: विवाद समाधान, कानून प्रवर्तन, और सजा का प्रावधान।
2. अर्थनीति (Economics)
• कराधान: कर संग्रह के तरीके, उचित कर दरें, और कर चोरी पर नियंत्रण।
• व्यापार और वाणिज्य: आंतरिक और बाह्य व्यापार, बाजार नियंत्रण, और व्यापारियों की सुरक्षा।
• कृषि और सिंचाई: खेती को बढ़ावा, फसल चक्र, और जल प्रबंधन।
• खनन और संसाधन: खनिज, रत्न, और प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग।
• कोष प्रबंधन: राज्य के खजाने का प्रबंधन, व्यय नियंत्रण, और धन संचय।
3. कानून और व्यवस्था (Law and Order)
• कानूनी संहिता: नागरिक और आपराधिक कानून, संपत्ति और परिवार संबंधी नियम।
• अपराध और दंड: चोरी, हिंसा, और विश्वासघात जैसे अपराधों की सजा।
• नैतिकता और सामाजिक नियम: समाज में नैतिक व्यवहार और वर्ण व्यवस्था का पालन।
• विवाद समाधान: व्यक्तियों और समुदायों के बीच मध्यस्थता।
4. सैन्य रणनीति (Military Strategy)
• सेना संगठन: सैन्य इकाइयों का गठन, प्रशिक्षण, और हथियार प्रबंधन।
• युद्ध कला: आक्रमण, रक्षा, और घेराबंदी की रणनीतियाँ।
• गुप्तचर व्यवस्था: जासूसों का नेटवर्क, सूचना संग्रह, और गुप्त संचालन।
• किलेबंदी: किलों और रक्षा संरचनाओं का निर्माण और रखरखाव।
• सैन्य अभियान: युद्ध की योजना, सैन्य गतिविधियाँ, और विजय प्रबंधन।
5. कूटनीति और विदेश नीति (Diplomacy and Foreign Policy)
• मंडल सिद्धांत: पड़ोसी राज्यों को मित्र, शत्रु, या तटस्थ के रूप में वर्गीकृत करना।
• संधियाँ और गठबंधन: अन्य राज्यों के साथ समझौते और सहयोग।
• युद्ध और शांति: युद्ध से बचने के उपाय और शांति स्थापना।
• दूत और राजनयिक: विदेशों में दूतों की नियुक्ति और उनकी भूमिका।
• धोखे की रणनीति: शत्रुओं को भ्रमित करने के लिए चालाकी और छल।
6. गुप्तचर और सुरक्षा (Intelligence and Security)
• जासूसी: आंतरिक और बाह्य खतरों की निगरानी के लिए गुप्तचर।
• आंतरिक सुरक्षा: विद्रोह, साजिश, और विश्वासघात को रोकने के उपाय।
• सूचना प्रबंधन: गुप्त सूचनाओं का संग्रह और उपयोग।
• शत्रु कमजोरी: विरोधियों की कमजोरियों का पता लगाना और उनका शोषण।
7. सामाजिक और सांस्कृतिक नीतियाँ (Social and Cultural Policies)
• शिक्षा और संस्कृति: विद्या, कला, और सांस्कृतिक संरक्षण को बढ़ावा।
• जनकल्याण: गरीबों, विधवाओं, और असहायों के लिए कल्याण योजनाएँ।
• धार्मिक नीति: विभिन्न धर्मों के प्रति सहिष्णुता और संतुलन।
• सामाजिक एकता: विभिन्न समुदायों और वर्णों के बीच सामंजस्य।
संरचना
अर्थशास्त्र 15 पुस्तकों (अध्यायों) में विभाजित है, जिसमें 150 प्रकरण और लगभग 6,000 सूत्र हैं। यह ग्रंथ न केवल शासकों के लिए मार्गदर्शक है, बल्कि प्राचीन भारत की सामाजिक, आर्थिक, और राजनीतिक व्यवस्था का दस्तावेज भी है।