बायोपावर (Biopower) – राजनीतिक विज्ञान में
1️⃣ परिचय: बायोपावर क्या है?
मिशेल फूको (Michel Foucault) द्वारा विकसित बायोपावर (Biopower) एक आधुनिक सत्ता (Power) का सिद्धांत है, जो यह दर्शाता है कि आधुनिक राज्य केवल कानून और दंड के माध्यम से शासन नहीं करते, बल्कि वे मानव जीवन, शरीर और आबादी को नियंत्रित करते हैं।
🔹 पारंपरिक शक्ति बनाम बायोपावर
पारंपरिक शक्ति (Sovereign Power) | आधुनिक शक्ति (Biopower) |
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दंड देने और मारने की शक्ति | जीवन को नियंत्रित करने और बनाए रखने की शक्ति |
शासक (राजा, तानाशाह) द्वारा केंद्रीकृत | संस्थानों और नीतियों द्वारा फैला हुआ |
सेना, पुलिस, दंड और कानून का प्रयोग | स्वास्थ्य, शिक्षा, निगरानी और सामाजिक मानदंड |
फूको का कथन:
“शक्ति केवल दमनकारी नहीं होती, यह उत्पादक भी होती है। यह वास्तविकता का निर्माण करती है।”
2️⃣ बायोपावर और राजनीतिक शासन
फूको ने बायोपावर को दो भागों में बांटा:
1. अनुशासनात्मक शक्ति (Disciplinary Power – व्यक्तियों पर नियंत्रण)
- यह व्यक्तिगत व्यवहार को नियंत्रित करने का कार्य करती है ताकि लोग अनुशासित और उत्पादक नागरिक बन सकें।
- इसका उपयोग स्कूलों, जेलों, अस्पतालों और सेना में किया जाता है।
- उदाहरण:
- विद्यालय → पाठ्यक्रम, परीक्षा प्रणाली और नैतिक अनुशासन द्वारा बच्चों को “अच्छा नागरिक” बनाना।
- अस्पताल → “स्वस्थ” और “अस्वस्थ” का निर्धारण, मानसिक बीमारियों की परिभाषा।
2. नियामक शक्ति (Regulatory Power – जनसंख्या पर नियंत्रण)
- यह शक्ति जनसंख्या प्रबंधन, जनसांख्यिकी, स्वास्थ्य नीति, और अर्थव्यवस्था से जुड़ी होती है।
- सरकारें टीकाकरण, परिवार नियोजन, स्वास्थ्य देखभाल और निगरानी प्रणालियों का उपयोग करती हैं।
- उदाहरण:
- चीन की एक-बाल नीति (One-Child Policy, 1979-2015) → जनसंख्या नियंत्रण की सरकारी नीति।
- COVID-19 लॉकडाउन और वैक्सीन पासपोर्ट → सरकारों द्वारा स्वास्थ्य नीति के माध्यम से नागरिकों की गतिशीलता पर नियंत्रण।
3️⃣ राजनीतिक विज्ञान में बायोपावर के आधुनिक उदाहरण
बायोपावर का उपयोग जनसंख्या नियंत्रण, सार्वजनिक स्वास्थ्य, निगरानी, और प्रवासन नीतियों में किया जाता है।
🔹 प्रमुख राजनीतिक उदाहरण
नीति / अवधारणा | देश / संस्था | कैसे बायोपावर लागू होता है |
---|---|---|
सार्वजनिक स्वास्थ्य नीति | WHO, विभिन्न सरकारें | टीकाकरण, लॉकडाउन, महामारी नियंत्रण |
निगरानी और AI पुलिसिंग | चीन, अमेरिका | चेहरे की पहचान, डेटा निगरानी |
सामाजिक क्रेडिट प्रणाली | चीन | नागरिकों की आर्थिक और सामाजिक गतिविधियों पर नियंत्रण |
आप्रवासन और सीमा नियंत्रण | अमेरिका, यूरोप | कौन देश में प्रवेश कर सकता है, इसका निर्णय |
मामला अध्ययन (Case Study):
आधार कार्ड (भारत) → सरकार बायोमेट्रिक डेटा का उपयोग पहचान, वित्त और सरकारी सेवाओं तक पहुंच को नियंत्रित करने के लिए करती है।
4️⃣ बायोपावर और अन्य राजनीतिक सिद्धांतकार
कई विचारकों ने फूको के बायोपावर सिद्धांत को आगे बढ़ाया:
विचारक | अवधारणा | प्रमुख कृति |
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मिशेल फूको | बायोपावर – जीवन पर नियंत्रण | The History of Sexuality (1976) |
जियोर्जियो अगाम्बेन | Bare Life & State of Exception – शरणार्थी और बिना नागरिकता वाले लोग केवल “जैविक जीवन” जीते हैं | Homo Sacer (1995) |
अचिले म्बेम्बे | Necropolitics – शक्ति यह तय करती है कि कौन जिएगा और कौन मरेगा | Necropolitics (2019) |
थॉमस लेम्के | बायोपावर और नवउदारवाद – बाजार-आधारित नीतियां जीवन को कैसे नियंत्रित करती हैं | Biopolitics: An Advanced Introduction (2011) |
उदाहरण:
रोहिंग्या शरणार्थी संकट (म्यांमार) → सरकारों की बायोपॉलिटिकल नीतियों ने रोहिंग्या मुसलमानों को नागरिकता से वंचित कर दिया, जिससे वे राज्यविहीन हो गए।
5️⃣ बायोपावर पर राजनीतिक विज्ञान में बहस
बायोपावर राजनीतिक विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्नों को जन्म देता है:
🔹 मुख्य बहसें
✅ क्या बायोपावर समाज के अच्छे के लिए आवश्यक है?
✅ क्या सरकारों को स्वास्थ्य से जुड़े निर्णय लेने का अधिकार होना चाहिए (जैसे टीकाकरण, इच्छामृत्यु)?
✅ निगरानी और डेटा संग्रहण व्यक्तिगत स्वतंत्रता का उल्लंघन है?
✅ क्या AI और डिजिटल गवर्नेंस बायोपावर को मजबूत कर रहे हैं?
🔹 बायोपावर से जुड़े नैतिक मुद्दे
❌ अत्यधिक सरकारी नियंत्रण → सरकारें बायोपावर का दुरुपयोग कर सकती हैं।
❌ निजता का हनन → व्यक्तिगत डेटा और डिजिटल निगरानी प्रणाली।
❌ अल्पसंख्यकों के खिलाफ दमन → शरणार्थियों, कैदियों और गरीबों पर बायोपॉलिटिकल नीतियों का प्रभाव।
उदाहरण:
“फेसियल रिकॉग्निशन” और “AI आधारित पुलिसिंग” → सुरक्षा के नाम पर बड़े पैमाने पर निगरानी का खतरा।
“आधुनिक राज्य केवल कानून और दंड के माध्यम से शक्ति का प्रयोग नहीं करता, बल्कि वह सार्वजनिक स्वास्थ्य, निगरानी और जनसांख्यिकी नीतियों के माध्यम से नागरिकों के जीवन को नियंत्रित करता है। मिशेल फूको का बायोपावर सिद्धांत यह समझने में मदद करता है कि राज्य सत्ता किस प्रकार कार्य करती है।”
7️⃣ निष्कर्ष: राजनीति विज्ञान में बायोपावर का महत्व
- बायोपावर आधुनिक शासन का केंद्र है, क्योंकि यह यह दिखाता है कि सरकारें जनसंख्या और नागरिक जीवन को कैसे नियंत्रित करती हैं।
- इसका प्रभाव सार्वजनिक नीति, निगरानी, जनसंख्या नियंत्रण और आर्थिक विनियमन में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।
- सबसे बड़ा सवाल यह है कि सामूहिक कल्याण और व्यक्तिगत स्वतंत्रता के बीच संतुलन कैसे बनाया जाए?
अंतिम विचार: आधुनिक सत्ता दंड नहीं देती—यह नियंत्रित करती है, अनुशासित करती है और सामान्य बनाती है।
“Biopower,” a concept developed by Michel Foucault, refers to the ways modern states exert control over populations through the management and regulation of life, encompassing both individual bodies (anatomo-politics) and the population as a whole (biopolitics).
- “बायोपावर” मिशेल फौकॉल्ट द्वारा विकसित एक अवधारणा है, जो उन तरीकों को संदर्भित करती है जिनसे आधुनिक राज्य जीवन के प्रबंधन और विनियमन के माध्यम से आबादी पर नियंत्रण रखते हैं, जिसमें व्यक्तिगत निकाय (शारीरिक-राजनीति) और समग्र रूप से जनसंख्या (जैव-राजनीति) दोनों शामिल हैं ।
- Foucault’s Argument:Foucault argued that biopower is a complex and pervasive form of power that operates through a wide range of institutions, practices, and discourses. He emphasized that biopower is not simply about coercion or force, but also about the subtle ways in which power is exercised through knowledge, expertise, and the normalization of certain behaviors and practices.
- फौकॉल्ट ने तर्क दिया कि जैवशक्ति एक जटिल और व्यापक प्रकार की शक्ति है जो संस्थाओं, प्रथाओं और प्रवचनों की एक विस्तृत श्रृंखला के माध्यम से संचालित होती है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जैवशक्ति का तात्पर्य केवल दबाव या बल से नहीं है, बल्कि यह उन सूक्ष्म तरीकों से भी है, जिनसे ज्ञान, विशेषज्ञता और कुछ व्यवहारों और प्रथाओं के सामान्यीकरण के माध्यम से शक्ति का प्रयोग किया जाता है।