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रॉबर्ट नोज़िक का एंटाइटलमेंट सिद्धांत (Theory of Entitlement):

Theory of Entitlement

रॉबर्ट नोज़िक का एंटाइटलमेंट सिद्धांत (Theory of Entitlement):

1. रॉबर्ट नोज़िक का परिचय:

  • रॉबर्ट नोज़िक (1938-2002) एक प्रसिद्ध अमेरिकी दार्शनिक थे और राजनीतिक दार्शनिकता के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण व्यक्तित्व थे।

  • उनकी प्रसिद्ध पुस्तक “Anarchy, State, and Utopia” (1974) है, जो लिबर्टेरियन विचारधारा में एक महत्वपूर्ण योगदान मानी जाती है।

  • नोज़िक का राजनीतिक दर्शन जॉन रॉल्स के विचारों का एक प्रमुख प्रतिवाद है, खासकर न्याय और राज्य के भूमिका के संदर्भ में।

 

2. एंटाइटलमेंट सिद्धांत (Theory of Entitlement):

 

 

  • नोज़िक का एंटाइटलमेंट सिद्धांत उनके लिबर्टेरियन दार्शनिकता का एक महत्वपूर्ण घटक है।

  • नोज़िक के अनुसार, संपत्ति (holdings) में न्याय तीन सिद्धांतों द्वारा निर्धारित होता है: अधिग्रहण (Acquisition), हस्तांतरण (Transfer), और सुधार (Rectification)।

2.1 संपत्ति में न्याय के सिद्धांत:

  • अधिग्रहण (Acquisition): यदि कोई व्यक्ति पहले से बिना मालिकाना हक वाली संपत्ति को अधिग्रहित करता है, तो इसे सही तरीके से किया जाना चाहिए, जिससे किसी और के अधिकारों का उल्लंघन न हो।

  • हस्तांतरण (Transfer): संपत्ति का हस्तांतरण केवल स्वेच्छिक विनिमय या दान के माध्यम से होना चाहिए।

  • सुधार (Rectification): यदि कोई अन्याय होता है (जैसे चोरी), तो हानि पहुँचाने वाले को सही करने के लिए मुआवजा देना चाहिए।

उद्धरण:
“व्यक्तियों के पास अधिकार होते हैं, और कुछ ऐसे काम हैं जिन्हें कोई व्यक्ति या समूह उन्हें करने की अनुमति नहीं दे सकता (बिना उनके अधिकारों का उल्लंघन किए)।” – रॉबर्ट नोज़िक, “Anarchy, State, and Utopia”।

2.2 एंटाइटलमेंट सिद्धांत और न्याय:

  • नोज़िक वितरणात्मक न्याय (distributive justice) के सिद्धांतों का विरोध करते हैं, विशेष रूप से उन सिद्धांतों का, जो अंत (end state) पर ध्यान केंद्रित करते हैं (जैसे रॉल्स का सिद्धांत)।

  • उनके अनुसार, न्याय का निर्धारण प्रक्रिया से होता है, न कि अंतिम परिणाम से। अगर संपत्ति और अधिकार न्यायपूर्ण तरीके से प्राप्त और स्थानांतरित किए गए हैं, तो वितरण न्यायपूर्ण है, चाहे उसमें असमानताएँ हों।

3. अन्य विचारकों के साथ तुलना:

3.1 जॉन रॉल्स vs रॉबर्ट नोज़िक:

  • जॉन रॉल्स: वितरणात्मक न्याय का समर्थन करते हैं, जिसमें समाज को सबसे वंचित वर्ग के लाभ के लिए संसाधनों का वितरण करना चाहिए (अंतर का सिद्धांत या Difference Principle)।

  • रॉबर्ट नोज़िक: रॉल्स के सिद्धांत के खिलाफ़ होते हुए, एक न्यूनतम राज्य का समर्थन करते हैं, जो केवल व्यक्तित्व के अधिकारों की रक्षा करता है, लेकिन संपत्ति के वितरण में हस्तक्षेप नहीं करता।

3.2 यूटिलिटेरियनिज़म vs एंटाइटलमेंट सिद्धांत:

  • यूटिलिटेरियनिज़म का उद्देश्य सबसे बड़े लाभ के लिए संसाधनों का पुनर्वितरण करना है।

  • नोज़िक का सिद्धांत, हालांकि, व्यक्तिगत अधिकारों की रक्षा करता है और किसी भी प्रकार के संपत्ति के पुनर्वितरण का विरोध करता है, क्योंकि वह इसे अधिकारों का उल्लंघन मानते हैं।

4. नोज़िक के एंटाइटलमेंट सिद्धांत के प्रमुख सिद्धांत:

  • अधिग्रहण में न्याय: किसी व्यक्ति का अधिकार उस संपत्ति को अधिग्रहित करने का होता है, यदि उसने ऐसा दूसरों के अधिकारों का उल्लंघन किए बिना किया हो।

  • हस्तांतरण में न्याय: संपत्ति का हस्तांतरण केवल स्वेच्छा से होना चाहिए।

  • सुधार में न्याय: यदि कोई अन्याय हुआ है (जैसे चोरी), तो अपराधी को मुआवजा देना चाहिए।

  • वितरणात्मक न्याय का विरोध: नोज़िक का कहना है कि किसी भी प्रकार का संपत्ति का पुनर्वितरण व्यक्तिगत अधिकारों का उल्लंघन करता है, इसलिए यह अन्यायपूर्ण है।

5. नोज़िक के सिद्धांत की आलोचना:

5.1 ऐतिहासिक अन्याय का मुद्दा:

  • आलोचक यह तर्क करते हैं कि नोज़िक का सिद्धांत ऐतिहासिक अन्यायों को ठीक से संबोधित नहीं करता। जैसे, कोई संपत्ति यदि पहले अन्यायपूर्ण तरीके से अधिग्रहित की गई हो, तो वह समय के साथ “न्यायपूर्ण” बन सकती है, जो कि वर्तमान स्थिति को अन्यायपूर्ण बना सकता है।

5.2 “विल्ट चैम्बरलेन” तर्क:

  • इस विचार प्रयोग में, नोज़िक यह तर्क करते हैं कि अगर लोग स्वेच्छा से विल्ट चैम्बरलेन को देखने के लिए भुगतान करते हैं, तो उनका संपत्ति वितरण न्यायपूर्ण है, भले ही इससे अत्यधिक असमानताएँ उत्पन्न होती हैं। आलोचक कहते हैं कि यह प्रणाली असमानताओं और सामाजिक असंतुलन को नजरअंदाज करती है।

5.3 शोषण और असमानता:

  • नोज़िक का सिद्धांत शोषण और आर्थिक असमानताओं को नहीं संबोधित करता। यह जन्म के आधार पर असमानताओं को भी अनदेखा करता है (उदाहरण के लिए, किसी व्यक्ति का जन्म संपत्ति में संपन्न परिवार में हुआ है, तो उसे अधिक अवसर मिलते हैं)।

6. रॉबर्ट नोज़िक के प्रसिद्ध उद्धरण:

  • “न्यूनतम राज्य वह सबसे विस्तृत राज्य है जिसे उचित ठहराया जा सकता है। अन्य सभी राज्य अन्यायपूर्ण हैं।” – रॉबर्ट नोज़िक

  • “व्यक्तियों के पास अधिकार होते हैं, और कुछ ऐसे काम हैं जिन्हें कोई व्यक्ति या समूह उन्हें करने की अनुमति नहीं दे सकता (बिना उनके अधिकारों का उल्लंघन किए)।” – रॉबर्ट नोज़िक, “Anarchy, State, and Utopia”

  • “श्रम से आय पर कर लगाना, बलात्कारी श्रम के समान है।” – रॉबर्ट नोज़िक

बिंदुवार सारांश:

  1. नोज़िक का एंटाइटलमेंट सिद्धांत व्यक्तित्व के अधिकारों पर केंद्रित है, खासकर संपत्ति के अधिग्रहण और हस्तांतरण पर।

  2. संपत्ति में न्याय की पहचान अधिग्रहण, हस्तांतरण और सुधार के सिद्धांतों से होती है।

  3. नोज़िक न्यूनतम राज्य का समर्थन करते हैं, जो व्यक्तित्व के अधिकारों की रक्षा करता है, लेकिन संपत्ति के वितरण में हस्तक्षेप नहीं करता।

  4. उनका सिद्धांत रॉल्स के वितरणात्मक न्याय के सिद्धांत से भिन्न है, क्योंकि रॉल्स असमानताओं को कम करने की कोशिश करते हैं।

  5. नोज़िक का ऐतिहासिक दृष्टिकोण है, जिसका मतलब है कि यदि संपत्ति को न्यायपूर्ण तरीके से प्राप्त और हस्तांतरित किया गया है, तो वह न्यायपूर्ण है, चाहे असमानताएँ हों।

  6. आलोचना: ऐतिहासिक अन्याय, शोषण और असमानताओं को नजरअंदाज करना।

  7. नोज़िक का सिद्धांत लिबर्टेरियन राजनीतिक दर्शन में महत्वपूर्ण है।

8. निष्कर्ष:

  • रॉबर्ट नोज़िक का एंटाइटलमेंट सिद्धांत लिबर्टेरियन सिद्धांतों को समझने में महत्वपूर्ण है, खासकर संपत्ति के अधिकारों और न्यूनतम राज्य के संदर्भ में।

  • उनके विचार आज भी न्याय, अधिकारों और राज्य की भूमिका पर चल रहे विवादों में प्रभावी हैं।

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