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समकालीन नारीवादी सिद्धांत

समकालीन नारीवादी सिद्धांत

  1. इंटरसेक्शनैलिटी (Intersectionality)
    • प्रमुख विचारक: किम्बर्ले क्रेंशॉ (Kimberlé Crenshaw)
    • सारांश: इंटरसेक्शनैलिटी यह जांचती है कि कैसे विभिन्न पहचानें—जैसे कि जाति, लिंग, वर्ग और यौनता—भेदभाव और विशेषाधिकार के अनुभवों को प्रभावित करती हैं।
    • उद्धरण: “मैं स्वतंत्र नहीं हूँ जब तक कोई भी महिला स्वतंत्र नहीं है, भले ही उसकी बेड़ियाँ मेरी अपनी से बहुत अलग हों।” — ऑड्रे लॉर्ड (Audre Lorde)
    • प्रभावशाली पुस्तक“Mapping the Margins: Intersectionality, Identity Politics, and Violence against Women of Color” किम्बर्ले क्रेंशॉ द्वारा
  2. पोस्टकोलोनियल नारीवाद (Postcolonial Feminism)
    • प्रमुख विचारक: चंद्रा तालपड़े मोहंती (Chandra Talpade Mohanty)
    • सारांश: यह ढांचा पश्चिमी नारीवाद की आलोचना करता है जो अक्सर यूरोकेन्द्रित दृष्टिकोण अपनाता है और उपनिवेशीय समाजों में महिलाओं की अनूठी समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करता है।
    • उद्धरण: “नारीवाद सभी के लिए है।” — बेल हुक्स (bell hooks)
    • प्रभावशाली पुस्तक“Feminism Without Borders: Decolonizing Theory, Practicing Solidarity” चंद्रा तालपड़े मोहंती द्वारा
  3. ईकोफेमिनिज़्म (Ecofeminism)
    • प्रमुख विचारक: वंदना शिवा (Vandana Shiva)
    • सारांश: ईकोफेमिनिज़्म पर्यावरणीय मुद्दों को नारीवादी चिंताओं से जोड़ता है, यह तर्क करते हुए कि महिलाओं और प्रकृति का शोषण पितृसत्तात्मक संरचनाओं से उत्पन्न होता है।
    • उद्धरण: “भविष्य या तो हरा होगा या बिल्कुल नहीं।” — बॉब ब्राउन (Bob Brown) (ईकोफेमिनिस्ट विमर्श में अक्सर संदर्भित)
    • प्रभावशाली पुस्तक“Staying Alive: Women, Ecology, and Development” वंदना शिवा द्वारा
  4. क्वियर नारीवाद (Queer Feminism)
    • प्रमुख विचारक: जूडिथ बटलर (Judith Butler)
    • सारांश: यह सिद्धांत पारंपरिक लिंग और यौनता की धारणाओं को चुनौती देता है, पहचान की अधिक तरल समझ के लिए वकालत करता है।
    • उद्धरण: “लिंग कुछ नहीं है जो हम हैं, यह कुछ है जो हम करते हैं।” — जूडिथ बटलर
    • प्रभावशाली पुस्तक“Gender Trouble: Feminism and the Subversion of Identity” जूडिथ बटलर द्वारा
  5. ट्रांसफेमिनिज़्म (Transfeminism)
    • प्रमुख विचारक: जूलिया सेरानो (Julia Serano)
    • सारांश: ट्रांसफेमिनिज़्म नारीवादी विमर्श में ट्रांसजेंडर मुद्दों को शामिल करता है, ट्रांस व्यक्तियों के अधिकारों और मान्यता के लिए वकालत करता है।
    • उद्धरण: “ट्रांस महिलाएँ महिलाएँ हैं।” — जूलिया सेरानो
    • प्रभावशाली पुस्तक“Whipping Girl: A Trans Woman on Sexism and the Scapegoating of Femininity” जूलिया सेरानो द्वारा
  6. डिजिटल नारीवाद (Digital Feminism)
    • प्रमुख विचारक: विभिन्न कार्यकर्ता और विद्वान
    • सारांश: यह उभरता हुआ क्षेत्र यह जांचता है कि कैसे डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग नारीवादी सक्रियता और सामुदायिक निर्माण के लिए किया जा सकता है।
    • उद्धरण: “इंटरनेट सक्रियता के लिए एक शक्तिशाली उपकरण है।” — तराना बर्क (Tarana Burke)
    • प्रभावशाली पुस्तक“Digital Feminism” विभिन्न लेखकों द्वारा (एक संग्रह जो ऑनलाइन नारीवादी सक्रियता का अन्वेषण करता है)

समकालीन नारीवाद में प्रभावशाली पुस्तकें

  • “Feminism Is for Everybody” बेल हुक्स द्वारा
    • एक मौलिक पाठ जो नारीवाद को सामाजिक न्याय के लिए एक आंदोलन के रूप में प्रस्तुत करता है।
  • “We Should All Be Feminists” चिमामांडा Ngozi अदिची द्वारा
    • एक व्यक्तिगत निबंध जो समकालीन समाज में नारीवाद के महत्व पर चर्चा करता है।
  • “Sister Outsider” ऑड्रे लॉर्ड द्वारा
    • नस्ल, लिंग और यौनता के मुद्दों पर लेखों का एक संग्रह।
  • “The Second Sex” सिमोन डे ब्यूवायर द्वारा
    • एक क्लासिक पाठ जो महिलाओं के उत्पीड़न और स्त्रीत्व के निर्माण की जांच करता है।

नारीवादी लेखकों के शक्तिशाली उद्धरण

  • “एक महिला नहीं जन्म लेती, बल्कि वह बनती है।” — सिमोन डे ब्यूवायर
  • “महिलाएँ शायद वह एकमात्र समूह हैं जो उम्र बढ़ने के साथ अधिक कट्टर हो जाती हैं।” — ग्लोरिया स्टाइनम
  • “आप मुझे अपने शब्दों से मार सकते हैं, आप मुझे अपनी आँखों से काट सकते हैं, आप मुझे अपनी घृणा से मार सकते हैं। लेकिन फिर भी, जैसे हवा, मैं उठती हूँ।” — माया एंजेलो
  • “यदि आप अपने आप को मुक्त करना चाहते हैं तो आपको खुद को दासता की बेड़ियों को तोड़ना होगा।” — विननी मंडेला
  • “लोग अपनी शक्ति देने का सबसे सामान्य तरीका यह सोचकर छोड़ देते हैं कि उनके पास कोई शक्ति नहीं है।” — ऐलिस वॉकर

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