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Indian Americans in US politics

अमेरिकी राजनीति में भारतीय अमेरिकियों का प्रभाव हाल के वर्षों में उल्लेखनीय रूप से बढ़ा है। संख्या में कम होने के बावजूद, उनकी आर्थिक, शैक्षिक और सामाजिक उपलब्धियों ने उन्हें एक प्रभावशाली समुदाय बना दिया है। 

प्रमुख राजनीतिक हस्तियां:

  • कमला हैरिस: 2021 से 2025 तक संयुक्त राज्य अमेरिका की उपराष्ट्रपति रहीं, जो इस पद पर पहुंचने वाली पहली भारतीय मूल की महिला हैं। उन्होंने 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार के रूप में भी भाग लिया।

  • अमी बेरा: 2013 से कैलिफ़ोर्निया के 7वें कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, और अमेरिकी कांग्रेस में सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले भारतीय अमेरिकी हैं।

  • राजा कृष्णमूर्ति: 2017 से इलिनॉय के 8वें कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, और राष्ट्रीय सुरक्षा और छोटे व्यवसायों के विकास पर ध्यान केंद्रित करते हैं।

  • प्रमिला जयपाल: वॉशिंगटन के 7वें कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट का प्रतिनिधित्व करती हैं और कांग्रेसनल प्रोग्रेसिव कॉकस की अध्यक्ष हैं, जो प्रगतिशील नीतियों की समर्थक हैं।

  • रो खन्ना: कैलिफ़ोर्निया के 17वें कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो सिलिकॉन वैली क्षेत्र में आता है, और तकनीकी नवाचार और श्रमिक अधिकारों के पक्षधर हैं।

  • श्री थानेदार: 2023 में मिशिगन के 13वें कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट के प्रतिनिधि के रूप में चुने गए, जो शहरी समुदायों के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करते हैं।

राज्य और स्थानीय स्तर पर नेतृत्व:

  • निरज अंतानी: ओहियो राज्य के सीनेटर हैं, जो व्यापार-हितैषी नीतियों और शैक्षिक पहलों को बढ़ावा देते हैं।

  • अरुणा मिलर: 2022 में मैरीलैंड की उप-राज्यपाल चुनी गईं, इस पद को संभालने वाली पहली दक्षिण एशियाई महिला बनीं।

  • रविंदर भल्ला: 2017 में होबोकेन, न्यू जर्सी के मेयर चुने गए, और अमेरिका में पगड़ी पहनने वाले पहले सिख अमेरिकी मेयर बने।

न्यायिक नियुक्तियां:

  • श्री श्रीनिवासन: 2013 में डीसी सर्किट के लिए अमेरिकी कोर्ट ऑफ अपील्स में नियुक्त हुए, और उन्हें अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के संभावित उम्मीदवारों में माना जाता है।

  • नियोमी राव: 2019 से उसी अदालत में सेवा दे रही हैं और संघीय विनियमों को प्रभावित करने वाले महत्वपूर्ण निर्णयों में योगदान दिया है।

राजनीतिक नियुक्तियां:

  • कश पटेल: 2024 में, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उन्हें संघीय जांच ब्यूरो (FBI) के प्रमुख के रूप में नामित किया, जो एक प्रमुख राष्ट्रीय सुरक्षा पद पर एक भारतीय अमेरिकी की महत्वपूर्ण नियुक्ति है।

  • विवेक रामास्वामी: 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में अपनी उम्मीदवारी समाप्त करने के बाद, उन्हें एलन मस्क के साथ सरकार दक्षता विभाग के सह-अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया, जो कार्यकारी भूमिकाओं में समुदाय के बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है।

सामुदायिक संगठन और राजनीतिक प्रभाव:

भारतीय अमेरिकियों ने अपने राजनीतिक जुड़ाव को बढ़ाने के लिए कई संगठनों की स्थापना की है:

  • यूएस-इंडिया पॉलिटिकल एक्शन कमेटी (USINPAC): 2002 में स्थापित, यह संगठन निष्पक्ष और संतुलित नीतियों को बढ़ावा देने और भारतीय अमेरिकी समुदाय की राजनीतिक प्रक्रिया में भागीदारी को प्रोत्साहित करने का कार्य करता है।

  • साउथ एशियन अमेरिकन्स लीडिंग टुगेदर (SAALT): यह संगठन नागरिक अधिकारों और सामाजिक न्याय के लिए काम करता है, और अमेरिका में व्यापक दक्षिण एशियाई समुदाय का प्रतिनिधित्व करता है।

नीति :

समुदाय का प्रभाव विशेष रूप से आप्रवासन जैसे क्षेत्रों में देखा जा सकता है। उदाहरण के लिए, नेशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ्टवेयर एंड सर्विस कंपनीज (NASSCOM) ने H-1B वीजा की महत्ता पर जोर दिया है, जो अमेरिकी अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण कौशल अंतराल को पूरा करने में सहायक है।

हालांकि, हाल की नीतिगत परिवर्तनों ने चुनौतियां भी प्रस्तुत की हैं। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा जन्मसिद्ध नागरिकता (बर्थराइट सिटिजनशिप) को समाप्त करने से H-1B वीजा पर रहने वाले भारतीय परिवारों के लिए अनिश्चितताएं बढ़ी हैं, जो समुदाय के लिए जटिल आप्रवासन परिदृश्य को दर्शाता है।

राजनीतिक निष्ठाओं में परिवर्तन:

पारंपरिक रूप से, भारतीय अमेरिकी डेमोक्रेटिक पार्टी का समर्थन करते रहे हैं। हालांकि, हाल के चुनावों में एक बदलाव देखा गया है, जहां न्यूयॉर्क के क्वींस जिले जैसे क्षेत्रों में रिपब्लिकन उम्मीदवारों के लिए समर्थन बढ़ा है। इस परिवर्तन के पीछे आर्थिक चिंताएं, आप्रवासन पर दृष्टिकोण, और सामाजिक मुद्दे जैसे कारक हो सकते हैं।

अंतर्राष्ट्रीय संबंध:

भारतीय और अमेरिकी राजनयिक फरवरी 2025 में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच एक बैठक की व्यवस्था करने के लिए काम कर रहे हैं। इस बैठक का उद्देश्य व्यापार संबंधों को मजबूत करना और भारतीय नागरिकों के लिए कुशल कार्य वीजा जारी करने में आसानी लाना है।

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