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Karl Popper का खंडन सिद्धांत

Theory of Falsification

‘कोई भी सिद्धांत जब तक वैज्ञानिक नहीं कहलाया जा सकता जब तक उसे गलत साबित (falsify) करने की संभावना न हो।’

खंडनशीलता (Falsifiability) सिद्धांत क्या है?

इसका मतलब है कि कोई भी वैज्ञानिक सिद्धांत ऐसा होना चाहिए जिसे गलत साबित करने की संभावना हो। यानी, उस सिद्धांत के खिलाफ ऐसे तर्क या प्रमाण प्रस्तुत किए जा सकें, जो यह दिखा सकें कि यदि यह सिद्धांत गलत है तो उसे कैसे खंडित किया जा सकता है।

  • उदाहरण: अगर कोई कहे कि ‘सभी हंस सफेद होते हैं’, तो यह कथन खंडनशील है,क्योंकि अगर हमें एक भी काला हंस मिल जाए, तो यह कथन गलत साबित हो जाएगा।
  • Popper के अनुसार, अगर कोई सिद्धांत खुद को गलत साबित होने का अवसर नहीं देता, तो वह विज्ञान का नहीं बल्कि विश्वास का हिस्सा है, यानी छद्मविज्ञान है।

एक सच्चे वैज्ञानिक सिद्धांत की दूसरी खासियत यह है कि वह केवल अतीत की व्याख्या ही नहीं करता, बल्कि भविष्य की घटनाओं के बारे में भी अनुमान (पूर्वानुमान) लगाता है, जिन्हें हम प्रयोगों और अवलोकनों के ज़रिए सत्यापित या खंडित कर सकते हैं।

  • उदाहरण: आइंस्टीन का सापेक्षता का सिद्धांत (Theory of Relativity) सिर्फ पहले से ज्ञात चीज़ों को समझाता ही नहीं था, बल्कि उसने सौर ग्रहण के दौरान प्रकाश की मुड़ने की भविष्यवाणी की थी और यह भविष्यवाणी 1919 में सिद्ध हुई।
  • इसलिए, विज्ञान में एक अच्छे सिद्धांत की पहचान यह है कि वह कुछ ऐसा कहे जिसे हम भविष्य में जांच कर सकें।

Popper के अनुसार, विज्ञान का असली स्वरूप यह है कि वह कभी भी अंतिम सत्य का दावा नहीं करता।
बल्कि विज्ञान हमेशा बदलता रहता है यानी पुराने सिद्धांतों को नई खोजों द्वारा चुनौती दी जाती है, और जब वे सिद्धांत खंडित हो जाते हैं, तो नए और बेहतर सिद्धांत सामने आते हैं।

  • उदाहरण: न्यूटन का गुरुत्वाकर्षण सिद्धांत सदियों तक सही माना गया।
  • लेकिन बाद में आइंस्टीन ने दिखाया कि कुछ स्थितियों में न्यूटन का सिद्धांत काम नहीं करता — और तब सापेक्षता का सिद्धांत आया।

यही है विज्ञान की खूबसूरती है कि वह अपनी गलतियों को स्वीकार करता है, उन्हें सुधारता है, और आगे बढ़ता है। इन गुणों के बिना कोई भी विचारधारा वैज्ञानिक नहीं कही जा सकती।

Popper से पहले की वैज्ञानिक विचारधाराएँ

Verificationism (सत्यापनवाद)Logical Positivists

Verificationism विज्ञान और दर्शन को वैज्ञानिक ढांचे में बाँधने का एक प्रारंभिक प्रयास था, लेकिन इसकी कठोरता और सीमाओं के कारण यह कालांतर में समय की कसौटी पर पूरी तरह खरा नहीं उतर सका। इसके बावजूद इसने 20वीं सदी की ज्ञानमीमांसा (epistemology) और भाषा-दर्शन (philosophy of language) को एक नई दिशा दी।

मान्यता थी कि कोई भी कथन वैज्ञानिक तभी है जब उसे अनुभव या निरीक्षण द्वारा सत्यापित किया जा सके।

उदाहरण: सूरज पूर्व से उगता है- क्योंकि हम इसे रोज़ देख सकते हैं।

Popper : इसके बजाय उन्होंने Falsification (खंडन सिद्धांत) को प्रस्तावित किया, जिसमें सिद्धांतों को गलत साबित करने की कोशिश की जाती है, ताकि विज्ञान में सुधार हो सके।

कोई भी किसी सिद्धांत को ‘अंतिम सत्य’ साबित नहीं कर सकते।
उदाहरण: ‘सभी हंस सफेद हैं’, चाहे आप हजारों सफेद हंस देखें, लेकिन अगर एक काला हंस मिल गया, तो पूरा सिद्धांत गिर जाएगा।

Falsification vs Verification

पक्षसत्यापन (Verification)खंडन (Falsification)
आधारपुष्टि करनाखंडन करना
जोखिमपक्के तौर पर सत्य मान लेनासच्चाई को चुनौती देना
प्रकृतिअनिश्चित, अनुभववादीतार्किक और आलोचनात्मक
उदाहरणसभी धातुएँ गरम होने पर फैलती है, यह कई बार परीक्षण से साबित किया गया हैएक धातु न फैले तो सिद्धांत गिर जाता है

Popper का विज्ञान और छद्मविज्ञान (Pseudoscience) में अंतर

विज्ञानछद्मविज्ञान
परीक्षण और खंडन की संभावना होती है।सिद्धांत ऐसे होते हैं जिन्हें कोई भी साक्ष्य गलत साबित नहीं कर सकता।
उदाहरण: न्यूटन का गुरुत्वाकर्षण सिद्धांत।उदाहरण: ज्योतिष, फ्रायड का मनोविश्लेषण (Freudian Psychoanalysis)।

Popper के अनुसार, If a theory explains everything, it explains nothing.

Popper का प्रभाव (Impact of Popper’s Ideas)

  • Popper  ने खंडनशीलता का वैज्ञानिक पद्धति में एक नया मापदंड जोड़ दिया।
  • विज्ञान को एक खुले सिस्टम की तरह देखा जाने लगा, जहाँ हर सिद्धांत संभावित रूप से अस्थायी है।
  • वैज्ञानिक सोच में नम्रता (epistemic humility) आई कि कोई सिद्धांत अंतिम नहीं है।

निष्कर्ष

Karl Popper ने वैज्ञानिक ज्ञान की प्रकृति को देखने का ढंग ही बदल दिया। जहाँ पहले ज्ञान को स्थायी और अंतिम सत्य माना जाता था, Popper ने दिखाया कि सच्चा विज्ञान वही है जो खुद को गलत साबित करने के लिए खुला हो। इसने विज्ञान को dogma नहीं, बल्कि एक आत्म-संशोधित प्रक्रिया बना दिया।

प्रमुख रचना

The Logic of Scientific Discovery-1959

 

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